देवराज दिनेश हिंदी साहित्य जगत के प्रसिद्ध कवि, गीतकार, लेखक एवं नाटककार थे। स्वतंत्रता संग्राम में भी आपका महत्वपूर्ण योगदान रहा। आपका जन्म २२ जनवरी १९२२ को जाखल (तब संयुक्त पंजाब और अब हरियाणा में) एवं मृत्यु १२ सितम्बर, १९८७ को नई दिल्ली में हुई। आपके पिताजी का नाम ज्ञानचंद सब्बरवाल एवं माताजी का नाम हाकिम देवी था। आपकी पत्नी का नाम उर्मिल सब्बरवाल था जिनका आपके साहित्य को लिपिबद्ध करने एवं संजो कर रखने में अमूल्य योगदान रहा।

आपके पांच कविता संग्रह छपे :-

व्यंगय लेख:
आपके चार व्यंगय लेख संग्रह प्रकाशित हुए :-

नाटक:
कविवर दिनेश के चार नाटक प्रकाशित हुए :-

बाल साहित्य:
पांच बाल पुस्तकें प्रकाशित हुई :-

उन्होंने एक बाल उपन्यास भी रचा था- दिबुआ। वह अप्रकाशित है
लगभग 48 वर्षों तक निरंतर देवराज दिनेश की कविताऐं भारतवर्ष के कवि-सम्मेलनों, कवि-गोष्ठियों, आकाशवाणी तथा दूरदर्शन पर गूंजती रही। उनकी कविताओं एवं साहित्य ने उनकी बाद की पीढ़ी के बहुत बड़े वर्ग को प्रभावित किया। आज भी उनकी रचनाऐं उतनी ही प्रासंगिक तथा लोकप्रिय हैं जितनी उनके जीवनकाल में थी। यह वेबसाइट देवराज दिनेश के साहित्य को डिजीटल रूप में प्रस्तुत करने का एक प्रयास है। आशा है उनके साहित्य-प्रेमियों को उनके साहित्य के इस डिजीटल संस्करण को पढ़, पुनः उनकी यादें ताजा हो जाएंगी एवं युवा पीढ़ी जो उनके साहित्य से अनभिज्ञ है, उनके साहित्य को पढ़ कर देवराज दिनेश के साहित्य, कृतित्व एवं व्यक्तित्व से परिचित हो पायेगीं।

सौरभ शर्मा