कविता संग्रह
मैं उन तारों का आराधक !
मैं उन तारों का आराधक, शोभित जिनसे आकाश रहेगा जीवनभर! जीवन की काली रातों के सूनेपन में, चलते हैं दृढ निश्चय लेकर अपने मन में, डगमग धरती, कम्पित अंबर, हिलते भूधर – मैं उन युवकों का हमजोली, जीवित जिनसे इतिहास रहेगा जीवनभर। मैं उन तारों का आराधक, शोभित जिनसे आकाश Read more…