कविता संग्रह
है जीवन का उत्कर्ष और अपकर्ष यहाँ !
मेरे अन्तर के गीत तुम्हें भायेंगे ही ! इन में जीवन की, सुख दुख की बातें भी हैं, इन में रोदन की, गायन की रातें भी हैं। इन में है विश्वास कि जिस की क्षमता पर, हँस हँस कर काट दिए जीवन के दुसह प्रहर। इन में मेरे जीवन की Read more…